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'उज्याव' संगठनल उरया औनलाइन कुमाउनी युवा कवि गोष्ठी

ललित तुलेरा, अल्मोड़ा । 24 जुलाई  2022 हुं इतवाराक दिन ' उज्याव ' ( कुमाउनी भाषाक लिजी युवा तराण) संगठन द्वारा आपण मासिक कुमाउनी काव्य पाठ कार्यक्रम करी गो। ब्यालकार 07 बाजी बै गूगल मीट में ऑनलाइन उरयाई यो 6ठूं मासिक कार्यक्रम में युवा रचनाकारोंल कुमाउनी भाषा में कविता सुणाई।        'उज्याव' कुमाउनी भाषा में कलम चलूणी युवाओंक संगठन छु, जमें कुमाऊँ समेत देश भर बै प्रवासी कुमाउनी रचनाकार लै जुड़ रई। संगठन द्वारा हर महैण ऑंखिरी इतवारक दिन एक ऑनलाइन कवि गोष्ठी कराई जैं। कवि गोष्ठीक संचालन कुमाउनी युवा कवि व 'उज्याव' संगठनक संयोजक  दीपक सिंह भाकुनी द्वारा करी गो। य बार कार्यक्रम में खास पौण व कार्यक्रम अध्यक्ष कुमाउनी साहित्यकार डॉ.भगवती पनेरु (हल्द्वानी) छी। कार्यक्रमक शुभारंभ दीपा पांडे द्वारा मां शारदाक प्रार्थनाल करी गो।  ● यों कुमाउनी रचनाकारोंल करो कविता पाठ-   युवा कवि नंद किशोर जोशी (गुजरात) , दीपा पांडे (चंपावत),  कमल कवि कांडपाल ( बागेश्वर) , मनोज पांडे (दिल्ली), हर्षवर्धन जोशी (सोमेश्वर), कविता फर्त्याल (अल्मोड़ा), त्रिवेंद्र जोशी( हल्द...

कुमाउनी साहित्य की दो महत्त्वपूर्ण कृतियां : समीक्षा

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कुमाउनी साहित्यक दुणी में जतुकै कवि उदुकै कथाकार रूप में पैठ धरणी सशक्त लेखार जगदीश जोशी ज्यूक ‘आँखिरी पात’ और ‘मेरि लेखि चिट्ठि म्यारै नाम’ किताब सामणि ऐरी। कुमाउनी साहित्य कैं नई तराण दिणी पोथि छन, यो दुवै दमदार किताब कुमाउनी अनुवाद और संस्मरण विधाक जरूरी किताबाक रूप में देखां है रईं।  यों किताबोंक समीक्षा करनई कुमाउनी युवा समीक्षक-  ललित तुलेरा   । (1).      ‘ आँ खिरी पात’ कुमाउनी साहित्यकि दुणी में भौत खास और बिशेष पोथीक रूप में हमर सामणि ऐ रै। य पोथी यै वील भौत बिशेष छु कि इमें दुनी भरिक 14 कालजयी कहानीकारोंक 14 कहानियोंक कुमाउनी भाषा में अनुवाद करि राखौ। इन साहित्यकारन में साहित्यक नोबेल पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार लै छन।             अमेरिकी साहित्यकार ओ.हेनरी क ‘द लास्ट लीफ’ कहानिक  कुमाउनी रूप ‘आँखिरी पात’ आधार पर किताबक नाम पड़ि रौ। य चर्चित कहानि पर ‘ओ. हेनरीज फुल हाउस’ नामल 1952 में चलचित्र बणौ और दुबार 1983 में 24 मिनटकि फिलम बणै। 2013 में बणी बाॅलीवुड फिलम ‘लुटेरा’ लै यई कहानि पर आधारित बणाई...

कुमाउनी भाषा में इस वर्ष आयोजित आठ लेखन पुरस्कार योजनाएं

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                         कुमाउनी भाषा में ‘कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति’ कसारदेवी, अल्मोड़ा (उत्तराखंड) व ‘पहरू’ कुमाउनी मासिक पत्रिका द्वारा कुमाउनी भाषाक बिकास और साहित्य कैं बढ़ावा दिणै लिजी और कुमाउनी भाषा में साहित्याक तमाम बिधाओं में लेखन योजना चलाई जानी। यो साल 2022 में लै कुमाउनी में गद्य और पद्य बिधान में लेखन योजना चलाई जानई। इन पुरस्कार योजनाओंक रचनाकारों कैं ‘पहरू’ व समिति  द्वारा  हर साल उरायाई जाणी ‘राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन’ में पुरस्कार दिई जां।  अलीबेर यों   लेखन योजना चलाई जानई- 1. गोविन्द सिंह बिष्ट स्मृति बाल कविता लेखन पुरस्कार योजना श्रीमती नीलम नेगी, से.नि. प्रधानाचार्य, मु. चौधरीखोला, अल्मोड़ा  द्वारा दिई मधतल कुमाउनी भाषा में ‘बाल कविता’ लेखन कें बढ़ावा दिनै लिजी ‘गोविन्द सिंह बिष्ट (पूर्व विधायक) स्मृति बाल कविता लेखन पुरस्कार योजना’ चलाई जनै। यो लेखन योजना में क्वे लै उमराक लेखार भाग ल्ही सकनी। हरेक प्रतिभागी कैं पांच बाल कविता भेज...