आगामी 10, 11 व 12 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन
अल्मोड़ा । उत्तराखंड की लोक भाषाओं का विकास करने और उन्हें सँवारने की दरकार हमेशा रही है। उत्तराखंड की एक प्रमुख लोक भाषा कुमाउनी के विकास में पिछले दो दशक से जुटी ‘कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति’ व कुमाउनी भाषा की मासिक पत्रिका ‘पहरू’ की ओर से हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन किया जा रहा है। समिति और ‘पहरू’ पत्रिका की ओर से यह सम्मेलन 2009 से किए जा रहे हैं। कुमाउनी भाषा पर केन्द्रित यह सम्मेलन तीन दिवसीय होता है। इस वर्ष 16 वां सम्मेलन चंपावत में आयोजित किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय सम्मेलन में कुमाऊं सहित देश भर से प्रवासी कुमाउनी साहित्यकार, विद्वान और भाषाप्रेमी प्रतिभाग करते हैं। 15 सितंबर को चंपावत में समिति और ‘पहरू’ पत्रिका की ओर से आयोजित गोष्ठी में तय हुआ कि इस वर्ष ‘राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन’ आगामी 10, 11 व 12 नवंबर को चंपावत में आयोजित किया जाएगा। साहित्यकार डाॅ. तिलकराज जोशी की अध्यक्षता में आयोजित इस गोष्ठी में सम्मेलन संयोजक शिक्षाविद डाॅ. भुवन चंद्र जोशी को बनाया गया है। इस अवसर पर कुमाउनी भाषा के विकास पर चर्चा हुई और कुमाउनी कवि ...
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