डाॅ. आनंदी जोशी को मिलेगा ‘बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’ कुमाउनी कथा साहित्य पुरस्कार
पिथौरागढ़। इस वर्ष का ‘बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’ कुमाउनी कथा साहित्य पुरस्कार’ डाॅ. आनंदी जोशी को दिया जाएगा। यह पुरस्कार ‘कुमाउनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति और ‘पहरू’ की ओर से आगामी 04, 05 व 06 नवंबर 2023 को पिथौरागढ़ में आयोजित 15 वां ‘राष्ट्रीय कुमाउनी भाषा सम्मेलन’ में दिया जाएगा। कथा साहित्य पुरस्कार चयन समिति के सदस्यों द्वारा विचार-विमर्श के बाद पिथौरागढ़ निवासी डाॅ. आनंदी जोशी को कुमाउनी कथा साहित्य में उल्लेखनीय लेखन के लिए चुना गया है। समिति सचिव डाॅ. हयात सिंह रावत ने बताया की पुरस्कार के रूप में उन्हें पांच हजार एक सौ रूपये की नकद धनराशि, अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।
05 जुलाई 1962 को पिथौरागढ़ के ग्रा.-चहज, गंगोलीहाट में माता सरस्वती जोशी और पिताजी श्री भोलादत्त जोशी के घर जन्मी डाॅ. आनंदी जोशी अपनी मातृभाषा कुमाउनी में लेखन में कई सालों से सक्रिय हैं। पिथौरागढ़ निवासी डाॅ. आनंदी जोशी का कुमाउनी में कहानी लेखन में विशेष योगदान है। वह कहानी के अलावा कविता, लेख आदि साहित्यिक विधाओं में कलम चलाती हैं। डाॅ. आनंदी जोशी अपने कहानियों के माध्यम से पहाड़ के जटिल और विसंगतियांे से भरे जीवन का यथार्थ चित्रण करती हैं और मानवीय संवेदनाओं को जगाने का कार्य करती हैं। पहाड़ के नारी जीवन के प्रति भी डाॅ. जोशी काफी संवेदनशील हैं।
बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’ पुरस्कार कुमाउनी के प्रसिद्ध कथाकार बहादुर बोरा ‘श्रीबंधु’ की स्मृति में वर्ष 2012 से कुमाउनी कथा साहित्य में उल्लेखनीय कार्य के लिए हर वर्ष दिया जा रहा है। अभी तक इस पुरस्कार से डाॅ. योगेन्द्र प्रसाद जोशी ‘नवल’ (चंदौसी), जगदीश जोशी (हल्द्वानी), महेन्द्र ठकुराठी (पिथौरागढ़), डाॅ. दीपा कांडपाल (नैनीताल), खुशाल सिंह खनी (जागेश्वर), भैरवदत्त पांडे (पनुवानौला), डाॅ. पवनेश ठकुराठी (पिथौरागढ़), गिरीश चंद्र बिष्ट ‘हँसमुख’ (दिल्ली), मोहन चंद्र कबड्वाल (मुक्तेश्वर), रमेश हितैषी (दिल्ली) को पुरस्कृत किया जा चुका है। सम्मेलन संयोजक डाॅ. अशोक पंत ने कुमाउनी भाषा प्रेमियों, रंगकर्मियों, रचनाकारों से सम्मेलन में प्रतिभाग करने की अपील की है।
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